विवेकानन्द विद्यापीठ आदर्श आवासी उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय

विद्यालय में सुविधाये

विवेकानन्द विद्यापीठ आदर्श आवासी उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय

छात्रावास का संचालन

आवासीय विद्यालय होने के कारण विद्यालय में कार्यरत् समस्त शिक्षक कर्मचारियों के लिए 24 घंटे पानी और बिजली की आपूर्ति सहित आवास सुविधा उपलब्ध है। इसी प्रकार विद्यालय में 600 छात्रों के लिए अध्ययन एवं आवास की सुविधा उपलब्ध है।

भोजन व्यवस्था

विद्यालय में एक आधुनिक रसोईघर स्थापित है, जिसके माध्यम से छात्रावास में निवासरत् सभी छात्रों को निःशुल्क सात्विक एवं पोषक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। विद्यालय में 600 छात्रों के एक साथ भोजन ग्रहण करने हेतु दो विशाल भोजन-कक्ष भी है। पीने के शुद्ध जल की आपूर्ति हेतु वाटर प्यूरीफायर (आर.ओ. सिस्टम) लगाया गया है। भोजन बनाने के लिए रसोईया सहदक्ष कर्मचारियों का समूह कार्यरत् है। भोजन की गुणवत्ता की देख-रेख छात्रावास अधीक्षक एवं मेस कमेटी द्वारा की जाती है। प्रतिदिन छात्रों को सुबह-शाम नास्ता तथा दोपहर और रात्रि भोजन दिया जाता है।

प्रार्थना-मंदिर

छात्रों को मानसिक शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने के लिए विद्यालय परिसर में प्रार्थना-मंदिर स्थापित है। यहाँ छात्र प्रातः एवं सायंकाल में आरती, ध्यान एवं भजन के माध्यम से उच्च गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।

खेल-कूद

स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास रहता है। छात्रों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने एवं मानसिक दृढ़ता प्रदान करने के लिए विद्यालय में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है। जहाँ एक ओर फूटबाॅल, क्रिकेट, बाॅस्केटबाॅल, हैण्डबाॅल, व्हाॅलीबाल, बैडमिंटन, खो-खो जैसे आऊटडोर खेल के लिए मैदान है वहीं दूसरी ओर इनडोर खेल-कूद जैसे टेबल-टेनिस, कैरम, शतरंज में भी छात्रों के रूचि अनुसार आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराया गया है। इस हेतु अनुभवी प्रशिक्षक नियुक्त किये गये है।

विद्यालय में छात्रों के शारीरिक विकास हेतु पूर्णतः सुसज्जित इनडोर और आऊटडोर जिम्नेशियम है। छात्रों को जिम्नास्ट के विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण हेतु सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध है। जिम्नास्ट प्रशिक्षक के सतत् मार्गदर्शन में छात्र प्रशिक्षण प्राप्त करते है। 

संगीत

विद्यालय में संगीत के क्षेत्र में पारंगत करने के उद्देश्य से गायन एवं वादन की शिक्षा दी जाती है। दोनों ही प्रकार के पाठ्यक्रम में प्रवेशित छात्रों को विद्यालयीन शिक्षा के अतिरिक्त इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में बैठने का अवसर प्राप्त होता है। इस प्रकार छात्रों के पास एक ही समय में दो योग्यताओं के लिए प्रमाण-पत्र प्राप्त हो जाता है। यह छात्रों के संगीत के क्षेत्र में कैरियर निर्माण हेतु सहायक सिद्ध होता है।

छात्र हार्माेनियम, तानपुरा, तबला, बाँसुरी, ड्रम, केसियो, सिन्थेसाईजर जैसे यंत्रों को बजाने में पारंगत हो रहे हैं। यह उनके परम्परागत विद्यालयीन शिक्षा में अतिरिक्त योग्यता के रूप में शामिल हो रहा है जो उनके भविष्य के लिए बहुत उपयोगी है।

कला एवं शिल्प

विद्यालय के छात्रों को चित्रकारी, रंगोली, मूर्ति निर्माण जैसे अनेक विधाएँ सिखाई जा रही है। जिसके माध्यम से विभिन्न स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होकर छात्र अपनी कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। विद्यालय के अनेक छात्र विधा में दक्ष होकर अपना भविष्य सुरक्षित कर चुके हैं।