विवेकानन्द विद्यापीठ

संस्था की गतिविधियाँ

विवेकानन्द विद्यापीठ

विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान

स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयन्ती वर्ष की स्मृति को चिरस्थायी बनाये रखने के लिए संस्था परिसर में श्विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान्य की स्थापना की गयी है। स्वामी विवेकानन्द के संदेशों का प्रभाव जीवन के अनेक क्षेत्रों पर पड़ा है। इस संस्थान द्वारा समय पर सेमीनार, कार्यशाला, व्याख्यान आदि के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

बौद्धिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

विद्यालय में शैक्षणिक और खेलकूद की गतिविधियों के अतिरिक्त समय पर अनेक उच्चस्तरीय बौद्धिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं जिनका लाभ विद्यार्थियों के साथ जनसामान्य भी उठाते हैं। प्रतिवर्ष यहाँ तुलसी जयन्ती, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, विश्वभातृत्व दिवस (11 सितम्बर को शिकागो धर्म महासभा स्मृति दिवस), स्वामी आत्मानन्द स्मृति व्याख्यानमाला, गुरु घासीदास जयन्ती, बसन्त पंचमी, राम नवमी आदि पर्वों को समारोहपूर्वक मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त श्री रामकृष्णदेव, माँ सारदा तथा स्वामी विवेकानन्द की जयन्तियों के कार्यक्रम भी अत्यन्त धूमधाम से मनाये जाते हैं।

संस्था द्वारा समय पर स्वामी विवेकानन्द के संदेशों के प्रचार और प्रसार के लिए विद्वान वक्ताओं के वक्तव्य तथा विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में क्रमश वर्ष 2009, 2011, 2012 एवं 2013 में संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त तत्त्वावधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उसी प्रकार 18 फरवरी, 2012 को विद्यापीठ द्वारा छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी परिषद के संयुक्त तत्त्वावधान में 21वीं शताब्दी में वैज्ञानिक शोध और उनका भविष्य्य विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इन संगोष्ठियों में छत्तीसगढ़ एवं देश के अनेक राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।

संस्था में 16 जनवरी, 2010 को पद्मश्री डॉ. गोविन्द स्वरूप एफ.आर.एस. का (ब्रह्माण्ड की सैर) विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।