संस्थान का उद्देश्य
विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान
आधुनिक वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी के व्यापक अनुसन्धान के फलस्वरूप भले ही विश्व के विभिन्न देशों की भौतिक दूरियाँ सीमित हो गयी हैं, पर मनुष्य और मनुष्य के बीच की दूरियाँ बहुत बढ़ गयी हैं।
स्वामी विवेकानन्द का जीवन और चिन्तन एक ऐसे सार्वभौमिक संस्कृति को स्थापित करता है, जिसमें सभी जाति और सभी धर्म के लोगों ने अपना अवदान दिया है और जिसके आधार पर समूचे विश्वमानवता को शांति और सुखपूर्वक जीने का मार्ग मिल सकता है। ऐसे सार्वभौमिक संस्कृति के मूल तत्वों की खोज और उसका प्रकाशन विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान का एक प्रमुख उद्देश्य है।