विवेकानन्द विद्यापीठ

संस्था का उद्देश्य

विवेकानन्द विद्यापीठ


ट्रस्ट रामकृष्ण-विवेकानन्द भावधारा से अनुप्राणित है। संक्षेप में इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है

  • भगवान श्रीरामकृष्ण तथा स्वामी विवेकानन्द के जीवन और संदेश द्वारा प्रदर्शित किये गये सनातनधर्म के स्वरूप को जन-समुदाय के समक्ष प्रचारित करना ।
  • प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उत्थान हेतु एक निःशुल्क आदर्श आवासी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का संचालन करना ।
  • मनुष्य निर्माणकारी शिक्षा को चरितार्थ करने शिक्षकों के प्रशिक्षण हेतु बी.एड. काॅलेज का संचालन करना ।
  • युवाओं को गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा प्रदाय हेतु महाविद्यालय का संचालन ।
  • विभिन्न आध्यात्मिक/सामाजिक/सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन एवं संवर्धन करना ।
  • उच्च जीवन मुल्यों को प्रोत्साहित करने वाले साहित्य का प्रकाशन और प्रचार करना ।
  • समूचे विश्वमानवता को शांति और सुखपूर्वक जीने का मार्ग प्रशस्त करने हेतु सार्वभौमिक संस्कृति के मूल तत्वों की खोज और उसका प्रकाशन हेतु विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान की स्थापना ।
  • स्वामी विवेकानन्द, धर्म, दर्शन, कला, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण साहित्य एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक ग्रंथालय का संचालन करना ।
  • अन्य विविध परोपकारी गतिविधियों का संचालन करना ।
विवेकानन्द विद्यापीठ रायपुर रामकृष्ण-विवेकानन्द भावधारा के प्रचार और प्रसार के लिए तथा शिक्षा और संस्कृति के उन्नयन के लिए समर्पित एक पंजीकृत धमार्थ ट्रस्ट है। इसके साथ ही यह रामकृष्ण मिशन द्वारा संरक्षित मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ रामकृष्ण भावधारा प्रचार परिषद का एक सदस्य भी है ।

रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द आश्रम, रायपुर के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी आत्मानन्द की हार्दिक इच्छा थी कि रायपुर में स्वामी विवेकानन्द के नाम से एक आदर्श शिक्षण संस्था चलाई जाए, जिसमें आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ स्वामी विवेकानन्द के आदर्शानुसार श्मनुष्य-निर्माण करने वाली शिक्षा्य (रूड्डठ्ठ-द्वड्डद्मद्बठ्ठद्द श्वस्रह्वष्ड्डह्लद्बशठ्ठ) भी दी जाए। अतरू विवेकानन्द विद्यापीठ, रायपुर के स्थापना के पीछे स्वामी आत्मानन्द के उस इच्छा का महत्त्वपूर्ण योगदान है।